लखनऊ। 24 मई को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महानगर के तत्वाधान में महानगर कार्यालय, बुद्धि विहार में लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन नगर विधायक रितेश गुप्ता और महापौर विनोद अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया।
अहिल्याबाई होलकर के सामाजिक कार्यों और सांस्कृतिक विरासत को समर्पित इस प्रदर्शनी में उनके जीवन और कार्यों से जुड़े चित्र, फोटोग्राफ्स और ऐतिहासिक दस्तावेज़ प्रदर्शित किए गए। प्रदर्शनी का आयोजन 31 मई तक पूरे देश में किया जा रहा है।
विधायक रितेश गुप्ता ने कहा – “अहिल्याबाई ने समाज की बुराइयों को दूर किया”
मुख्य अतिथि नगर विधायक रितेश गुप्ता ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को भारतीय संस्कृति से गहरा लगाव था। उन्होंने न केवल महिलाओं के अधिकारों के लिए काम किया, बल्कि समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का भी साहसिक प्रयास किया। उन्होंने बताया कि रानी अहिल्याबाई ने देश के हर कोने में मंदिरों, धर्मशालाओं, तीर्थ स्थलों और पेयजल व्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ से लेकर काशी तक, द्वारिका से रामेश्वरम तक उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी उनकी अखिल भारतीय सोच को दर्शाते हैं। उनके विचारों और कार्यों को आज के समाज में अपनाना हम सभी की ज़िम्मेदारी है।
महापौर विनोद अग्रवाल ने कहा – “पीएम मोदी सनातन परंपराओं को आगे बढ़ा रहे”
विशिष्ट अतिथि महापौर विनोद अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रानी अहिल्याबाई की सोच और भारतीय परंपराओं को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जो उनके सामाजिक योगदान को समर्पित है।
आयोजन में शामिल गणमान्य व्यक्ति
इस कार्यक्रम में भाजपा महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला, गो सेवा आयोग सदस्य दीपक गोयल, महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रिया अग्रवाल, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ संयोजिका अल्पना रितेश गुप्ता, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी निमित जयसवाल, महानगर मीडिया प्रभारी राजीव गुप्ता, महानगर महामंत्री नत्थूराम कश्यप, पूर्व महानगर अध्यक्ष धर्मेंद्र, कार्यक्रम संयोजक विशाल त्यागी, सह संयोजक नवदीप टंडन, राहुल शर्मा, एवं अन्य कई पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
महिला मोर्चा की ओर से भी विशेष सहयोग दिया गया। पूर्णिमा खन्ना, शीतल चौहान, पूनम सैनी, प्रीति कश्यप, हेमा खत्री आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई।
निष्कर्ष
लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी जयंती के अवसर पर आयोजित यह प्रदर्शनी न केवल एक ऐतिहासिक घटना की ओर संकेत करती है, बल्कि आज के समाज को उनके मूल्यों और विचारों से प्रेरणा लेने का एक अवसर भी है।