पालघर, 30 जुलाई:
मनोर पुलिस थाने में लंबे समय से बेवारिस पड़े कबाड़ के वाहनों की नीलामी आज सफलतापूर्वक संपन्न हुई। पारदर्शी बोली प्रक्रिया के तहत आयोजित इस नीलामी में कुल 51 वाहन – जिनमें 29 दोपहिया और 22 भारी वाहन शामिल थे – को बेच दिया गया। इन वाहनों की अंतिम बोली 15 लाख 90 हजार रुपये लगी, जो बोईसर के कबाड़ व्यापारी अजीज मेमन ने सफलतापूर्वक जीती।
वर्षों से थाने के परिसर में जब्त किए गए वाहनों के ढेर लगे रहने से जगह की भारी कमी हो गई थी। इससे पुलिस के दैनिक संचालन में बाधा उत्पन्न हो रही थी। इन वाहनों के मालिकों को बार-बार नोटिस जारी कर दस्तावेज प्रस्तुत कर वाहन वापस लेने के लिए कहा गया, लेकिन अधिकांश मामलों में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। ऐसे में प्रशासन ने इन्हें बेवारिस घोषित कर नीलामी का फैसला लिया।
नीलामी आज दोपहर 3:30 बजे से लगभग 4 बजे तक मनोर पुलिस थाने के परिसर में आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता पालघर जिले के उपविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) विकास नाइक ने की। क्षेत्र के कई कबाड़ व्यापारियों ने इस बोली प्रक्रिया में भाग लिया।
पुलिस विभाग के अनुसार, इस नीलामी से न केवल जिला प्रशासन को लाखों रुपये का राजस्व प्राप्त होगा, बल्कि थाने के परिसर में लंबे समय से चली आ रही जगह की समस्या भी समाप्त हो जाएगी। साथ ही, थाने के वातावरण में सुधार और स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा।
मनोर थाने के पुलिस निरीक्षक रणवीर बयेस ने बताया कि नीलामी से पहले सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की गईं और वरिष्ठ अधिकारियों की आनुमति ली गई। उन्होंने कहा, “ये वाहन कई वर्षों से थाने में पड़े थे। कोई मालिक नहीं आया, इसलिए कानून के तहत इन्हें बेवारिस घोषित कर नीलाम किया गया। यह न केवल वित्तीय लाभ के लिए है, बल्कि थाने के कार्य संचालन को सुगम बनाने के लिए भी आवश्यक था।”
इस कदम से प्रशासन ने न केवल अनावश्यक वाहनों से छुटकारा पाया है, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ राजस्व अर्जित करने का एक सफल उदाहरण पेश किया है।