पांच सदस्यीय गिरोह गिरफ्तार, मुख्य आरोपी से 23.70 लाख की बरामदगी
तृप्ति प्रमाण | बोईसर (पालघर)
पालघर जिले के बोईसर में फर्जी आयकर अधिकारियों का भेष धारण कर की गई करोड़ों की ठगी जैसी बड़ी घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मानगांव ग्राम पंचायत क्षेत्र में हुई इस वारदात में एक महिला को निशाना बनाते हुए गिरोह ने कथित ‘रेड’ के नाम पर कुल ₹55,80,000 रुपये लूट लिए थे। पुलिस की तत्परता और कुशल अनुसंधान के चलते पांचों आरोपी अब सलाखों के पीछे हैं।
कैसे दिया घटना को अंजाम
पीड़ित महिला उस समय घर पर अकेली थी और पति बाहर गए हुए थे। इसी मौके का फायदा उठाते हुए गिरोह का सरगना फय्याज काज़ी उर्फ मनीष पावसकर साथियों के साथ घर में घुसा और खुद को आयकर विभाग का अधिकारी बताकर ‘अवैध नकदी’ की बात कहकर महिला और बच्चों को डराया–धमकाया। आरोपी महिला का मोबाइल फोन भी छीनकर अलमारी में रखी लाखों की नकदी लेकर फरार हो गए।
कुशल पुलिस कार्रवाई—कुछ घंटों में गिरोह धर दबोचा
घटना की सूचना मिलते ही जिले के शीर्ष अधिकारी सक्रिय हो गए।
एसपी यतीश देशमुख,
एएसपी विनायक नरळे,
उपविभागीय पुलिस अधिकारी विकास नाइक
के मार्गदर्शन में बोईसर पुलिस निरीक्षक सुनील जाधव के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। तकनीकी जांच, नेटवर्क ट्रैकिंग और सीसीटीवी फुटेज के सहारे पुलिस ने कम समय में सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मुख्य आरोपी से 23.70 लाख बरामद
तफ्तीश में पता चला कि मुख्य आरोपी मूलतः रत्नागिरी जिले के राजापुर का रहने वाला है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने ₹23,70,000 नकद जब्त किए हैं। गिरोह के बाकी सदस्यों से पूछताछ जारी है तथा पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस मॉडस ऑपरेंडी का उपयोग उन्होंने अन्य जिलों में भी किया है।
जांच जारी, और खुलासों की उम्मीद
पुलिस का कहना है कि यह संगठित गिरोह पूर्व नियोजित तरीके से महिलाओं को निशाना बनाता था। केस में कई अहम पहलू और संभावित नेटवर्क कड़ियाँ सामने आ सकती हैं।
बोईसर पुलिस की इस कार्रवाई से जिले में सुरक्षा और विश्वास का संदेश गया है, वहीं नागरिकों से अपील की गई है कि किसी भी ‘अधिकारी’ के अचानक घर आने पर पहचान की पुख्ता पुष्टि अवश्य करें।