वन मंत्री एवं पालकमंत्री श्री गणेशजी नाईक ने 14 नवंबर, 2025 को कामण स्थित जिला परिषद मराठी स्कूल में आयोजित सार्वजनिक बैठक के दौरान स्थानीय नागरिकों की प्रमुख मांगों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की। इस बैठक में चिंचोटी-कामण-अंजुरफाटा मार्ग की खराब स्थिति, कामण स्कूल में शिक्षकों की गंभीर कमी तथा चिंचोटी क्षेत्र में वन व सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण जैसे मुद्दों पर जोर दिया गया।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि चिंचोटी-कामण-अंजुरफाटा सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि यात्रा करना जीवन-जोखिम बन चुका है। गहरे गड्ढों के कारण छात्रों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, मरीजों तथा श्रमिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, हाल के दिनों में कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, जिनमें कुछ जानें भी गई हैं। नागरिकों ने मांग की कि इस सड़क की मरम्मत का कार्य तत्काल शुरू किया जाए।
इसके अलावा, कामण स्थित जिला परिषद मराठी केंद्रीय स्कूल में 1046 छात्रों के लिए केवल 9 शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि वास्तविक आवश्यकता 19 शिक्षकों की है। इस कमी के कारण छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। बैठक में तत्काल रिक्त पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की गई।
साथ ही, चिंचोटी मौजे में वन भूमि और सरकारी जमीन पर चल रहे अवैध निर्माण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। आरोप लगाया गया कि स्थानीय भू-माफिया के साथ-साथ कुछ वन विभाग, राजस्व विभाग तथा नगर निगम के कर्मचारी भी इसमें सहायता कर रहे हैं। इस संबंध में उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने की आवश्यकता बताई गई।
माननीय गणेशजी नाईक ने सभी मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि सड़क की मरम्मत, स्कूल में शिक्षकों की भर्ती तथा अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।