मुंबई (तृप्ति प्रमाण): बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी ने हाल ही में अपने एक ताजा साक्षात्कार में न केवल अपनी शादीशुदा जीवन के बारे में खुलकर बात की, बल्कि आज के युग में बदलते रिश्तों, सामाजिक मूल्यों और तलाक की बढ़ती प्रवृत्ति पर भी गहन विचार रखे। उन्होंने युवा जोड़ों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में रिश्तों में धैर्य और समझ की कमी महसूस हो रही है।
सुनील शेट्टी ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी माना शेट्टी से प्रेम विवाह किया था, और आज भी दोनों एक-दूसरे के प्रति गहरे प्यार और सम्मान से भरे हैं। सोशल मीडिया पर भी यह जोड़ी अक्सर एक-दूसरे के प्रति अपने प्यार को व्यक्त करती रहती है, जिससे उनके रिश्ते की मजबूती साफ झलकती है।
एक इंटरव्यू के दौरान अभिनेता ने कहा, “आज के युवा कपल्स में धैर्य की कमी है। शादी सिर्फ प्यार का नतीजा नहीं, बल्कि समय, समझौते और सहयोग का नतीजा होती है।” उनके मुताबिक, शादी के कुछ साल बाद यह एक सामंजस्य का रिश्ता बन जाता है, जहां दोनों साथी को एक-दूसरे के बारे में समझना पड़ता है।
उन्होंने आगे कहा कि जब कोई जोड़ी बच्चे को लेकर नई जिम्मेदारियों में उलझती है, तो पत्नी को यह समझना चाहिए कि पति करियर पर ध्यान केंद्रित कर रहा हो, तो घर और बच्चे की देखभाल का बोझ कभी-कभी उस पर ही आ जाता है। ऐसे में सहयोग और समझ की भूमिका अहम हो जाती है।
सुनील शेट्टी ने यह भी जोर दिया कि आज के दौर में लोग इंटरनेट, किताबों या सोशल मीडिया से रिश्तों के बारे में सीखना चाहते हैं, लेकिन असली ज्ञान तो अनुभव और परिवार के बुजुर्गों से मिलता है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि दादी, मां, बहन या ससुराल पक्ष के लोगों की सलाह सबसे अधिक विश्वसनीय और उपयोगी होती है। वे वास्तविक जीवन के अनुभव से बोलते हैं।”
उन्होंने चिंता जताई कि आज तलाक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, और कई युवा जोड़े छोटी-छोटी बातों पर रिश्ता तोड़ देते हैं। कुछ तो शादी से पहले ही रिश्ते खत्म कर लेते हैं।
अपने निजी अनुभव को साझा करते हुए सुनील ने बताया कि जब उन्होंने माना से शादी की थी, तो उनके माता-पिता इस रिश्ते के खिलाफ थे, क्योंकि माना उनके समुदाय से नहीं थीं। लेकिन उन्होंने अपनी पहली फिल्म साइन करने के तुरंत बाद शादी कर ली, क्योंकि माना हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं और उनके सपनों का समर्थन किया।
सुनील शेट्टी ने यह भी कहा कि एक सफल रिश्ता बनाए रखने के लिए समय, सहनशीलता और एक-दूसरे के प्रति समर्पण जरूरी है। “प्यार तो शुरू में होता है, लेकिन रिश्ता चलाने के लिए समझ और समर्पण चाहिए,” उन्होंने कहा।
समाप्ति टिप्पणी:
सुनील शेट्टी के विचार न केवल उनके निजी जीवन के दर्पण हैं, बल्कि आज के बदलते सामाजिक ढांचे में रिश्तों को लेकर युवाओं के लिए एक सोचने का विषय भी प्रस्तुत करते हैं।