गया: भारत सरकार के केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को गया में आयोजित पितृपक्ष मेला को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर एक निवेदन पत्र ईमेल के माध्यम से भेजा गया है। इस निवेदन को भाजपा नेता एवं 230 गया विधानसभा क्षेत्र के जनसेवक डॉ. मनीष पंकज ने प्रस्तुत किया है।
पत्र में कहा गया है कि गया में प्रतिवर्ष आयोजित पितृपक्ष मेला केवल बिहार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारत और विश्वभर के हिंदू समुदाय के लिए अत्यंत धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक है।
डॉ. मनीष पंकज के साथ-साथ भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता, नेता संतोष ठाकुर और अन्य कार्यकर्ताओं ने भी इस मांग में समर्थन किया है।
गया, जो भगवान विष्णु की नगरी के रूप में प्रसिद्ध है, यहाँ भाद्रपद पूर्णिमा से अमावस्या तक 17 दिवसीय पितृपक्ष मेला आयोजित किया जाता है। इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अपने पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान और तर्पण करने गया आते हैं।
मेले के दौरान विष्णुपद मंदिर, फल्गु नदी, ब्रह्मयोनि, सीता कुंड, रामशिला, प्रेतशिला सहित 64 प्रमुख वेदियों पर पिंडदान की विधि संपन्न होती है। यह भारतीय संस्कृति में श्राद्ध कर्म की सबसे प्राचीन परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है, जो हजारों वर्षों से अविच्छिन्न रूप से चली आ रही है।
पत्र में कहा गया है कि पितृपक्ष मेला को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा देने से न केवल गया के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, परिवहन एवं आवास की व्यवस्था भी सरकारी स्तर पर सुनिश्चित हो सकेगी।
भाजपा कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की ओर से लंबे समय से यह मांग उठाई जा रही है। निवेदन में केंद्रीय पर्यटन मंत्री से इस मुद्दे पर सकारात्मक एवं त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा व्यक्त की गई है।
गया की जनता की ओर से केंद्र सरकार से आग्रह है कि इस पवित्र मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित किया जाए, ताकि इसे आवश्यक आर्थिक, भौतिक और प्रशासनिक सहयोग प्राप्त हो सके।