वसई स्थित तुंगारेश्वर वन्यजीव अभयारण्य में दुर्लभ भारतीय मूषक हिरण (Moschiola indica) का अवलोकन PARC फाउंडेशन के वन्यजीव अनुसंधान विभाग द्वारा किया गया है। यह खोज वन विभाग के सहयोग से की गई थी, जिसका नेतृत्व क्षेत्रीय पारिस्थितिकीविद् रोविन तोडानकर ने किया।
इस जांच को संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान की निदेशक अनीता पाटिल के निर्देशन में संचालित किया गया था।
भारतीय मूषक हिरण, जो भारत का सबसे छोटा और अत्यंत निशाचर हिरण है, आमतौर पर मानव बस्तियों से दूर घने वनों में पाया जाता है। इसकी शर्मीली प्रकृति और रात्रि-चर आदतों के कारण इसका अवलोकन अत्यंत दुर्लभ माना जाता है।
रोविन तोडानकर ने कहा, “यह खोज तुंगारेश्वर अभयारण्य की पारिस्थितिक समृद्धि और यहाँ की संवेदनशील प्रजातियों के लिए उपलब्ध आवास क्षमता का सशक्त प्रतीक है।”
वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, यह अवलोकन न केवल तुंगारेश्वर की जैव विविधता को नया आयाम देता है, बल्कि इस क्षेत्र के संरक्षण प्रयासों को भी नई प्रासंगिकता प्रदान करता है।