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📰 आरोग्य सौंदर्य: प्राकृतिक उपचारों से बढ़ाएं अपनी छवि | डॉ. मीना अग्रवाल, आगरा |

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स्वास्थ्य ही धन है – यह कहावत तो हम सभी जानते हैं, परंतु क्या आप जानते हैं कि असली सौंदर्य भी स्वास्थ्य से ही उत्पन्न होता है? डॉ. मीना अग्रवाल, नेचुरोपैथी विशेषज्ञ, आगरा से जानिए कैसे प्राकृतिक तरीकों से घर बैठे अपनी त्वचा, बाल और स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है।

✨ आकर्षक सौंदर्य: भीतरी स्वास्थ्य का ही परिणाम
आकर्षक सौंदर्य केवल बाहरी सुंदरता नहीं, बल्कि भीतरी स्वास्थ्य और संतुलित जीवन शैली का परिणाम है। आजकल रसायन युक्त सौंदर्य प्रसाधनों का अत्यधिक उपयोग हो रहा है, जो कुछ समय तक तो सुंदरता दिखा देते हैं, लेकिन लंबे समय में त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं।

चर्म रोग विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे प्रसाधनों के कारण त्वचा संबंधी बीमारियों में वृद्धि हुई है। सफेद बालों को काला करने वाले रंग, आंखों की रोशनी पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

😊 सौंदर्य का सबसे बड़ा रहस्य – प्रसन्नता
प्रसन्नता के समान कोई भी सौंदर्य प्रसाधन नहीं है। क्रोध, तनाव और नकारात्मक सोच आपके सौंदर्य को धीरे-धीरे नष्ट कर देते हैं। इसलिए, मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें और सकारात्मक सोच अपनाएं।

भारतीय प्राकृतिक सौंदर्य चर्चा में है। आज पश्चिमी देश भी भारतीय प्राकृतिक सौंदर्य की तकनीकों को अपना रहे हैं।

🍎 आहार से सौंदर्य: स्वास्थ्य और सुंदरता का गठबंधन
मनुष्य का चेहरा उसके आहार का परिणाम है। हरी सब्जियां, सलाद, फलों के रस, अंकुरित अनाज आदि आपके चेहरे को लालिमा और चमक प्रदान करते हैं। ये झुर्रियों और वृद्धावस्था के लक्षणों से भी बचाव करते हैं।

घातक खाद्य पदार्थों से बचें:

अत्यधिक मिर्ची, मसालेदार
नमकीन, तली हुई चीजें
मिठाई आदि
इनसे त्वचा का स्वास्थ्य खराब होता है।

सुझाव: 20–25 ग्राम किशमिश रात में भिगोकर सुबह खाएं और उस पानी को भी पी लें – चेहरा टमाटर की तरह लाल और चमकदार हो जाएगा।

🧘‍♀️ जीवनशैली सुधार: सौंदर्य का मूल मंत्र
कब्ज, नींद न आना, अधिक जागना, बदहजमी – ये सभी सौंदर्य के शत्रु हैं।
हल्का व्यायाम करें और खुली हवा में गहरी सांस लें।
चेहरे पर विभिन्न आकृतियां बनाने का अभ्यास करें – यह झुर्रियां कम करने में मददगार है।
💄 रसायन मुक्त सौंदर्य: प्राकृतिक उपचार
त्वचा संरक्षण :
चेहरे पर पाउडर, क्रीम और रासायनिक प्रसाधनों से बचें।
इनसे त्वचा के छिद्र बंद हो जाते हैं।
नहाते समय पैरों के तलवे को रगड़ें – चेहरा चमक उठेगा।
घरेलू लेप :
बेसन + हल्दी + सरसों का तेल + नींबू + दूध = चेहरे की झुर्रियां कम होंगी।
15 दिन में एक बार मुल्तानी मिट्टी से स्नान करें।
फूलों का पाउडर मुल्तानी मिट्टी में मिलाकर लगाने से चेहरा चमकता है।
चेहरे की चमक के लिए :
कच्चे दूध से मालिश करके नहाएं।
खुश्क त्वचा के लिए: दही + शहद + बेसन का लेप।
खीरे का रस + नींबू का रस = चेहरा चमक उठेगा।
बालों की सुंदरता के लिए :
बालों को दही से धोएं – बाल झड़ेंगे नहीं और चमकदार होंगे।
चाय की पत्ती के पानी में नींबू मिलाकर सिर धोएं।
आमला, भृंगराज और शीशम की पत्तियों का लेप लगाएं।
आंखों की चमक के लिए :
आलू को घिसकर आंखों के नीचे लगाएं – कालापन कम होगा।
तुलसी के पत्तों का रस + नींबू = दाग-धब्बे दूर।
दूध की मलाई + हल्दी = चेहरे की झाइयां मिटाएं।
गोरा रंग पाने के लिए :
टमाटर का रस सुबह-शाम पिएं।
संतरे के छिलके को सूखकर दूध में पीसकर लगाएं।
जीरा उबालकर उस पानी से मुंह धोएं।
गर्मियों में त्वचा का ख्याल :
बर्फ का रुमाल लगाकर चेहरे को ठंडक दें।
मलाई + बेसन का लेप या चंदन लगाएं।
टमाटर का रस या खीरे का रस से चेहरा साफ करें।
मुल्तानी मिट्टी का उपयोग करें।
💡 अंतिम सलाह:
सौंदर्य केवल बाहरी चीजों से नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, जीवनशैली और सकारात्मक सोच से आता है। अपनी दिनचर्या में इन प्राकृतिक तकनीकों को शामिल करें और आशा है कि आप 50% से अधिक बातों पर अवश्य अमल करेंगे।

📝 लेखक: डॉ. मीना अग्रवाल
नेचुरोपैथी विशेषज्ञ, आगरा

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Rajesh