पालघर, 27 अक्टूबर 2025 – ठाणे और पालघर जिलों में 26, 27 व 28 अक्टूबर 2025 को हुई अकालीन वर्षा से किसानों की तैयार धान फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। इस आपदा के मद्देनजर पालघर के सांसद डॉ. हेमंत विष्णु सवरा ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, कृषि मंत्री दत्तात्रय भरणे और पालघर के पालक मंत्री गणेश नाईक से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
पालघर जिले के 1.07 लाख हेक्टेयर खरीफ क्षेत्र में से 76,000 हेक्टेयर पर धान की खेती की गई है, जिस पर जिले के अधिकांश किसानों की आजीविका निर्भर है। इस वर्ष पहले ही 46,563 किसान प्रभावित हो चुके थे, जिन्हें सरकार ने 12.40 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति देने का ऐलान किया था। लेकिन नई अकालीन वर्षा ने फिर से भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे पहले की सहायता अपर्याप्त साबित हो रही है।
सांसद डॉ. सवरा ने बताया कि गरव्या किस्म की धान फसल कटाई के लिए तैयार थी, लेकिन भारी बारिश से फसल गिर गई, दाने काले पड़ गए और खेतों में सुखाई गई फसल भी सड़ गई। कई गांवों में मेड़ें (कडपे) बह गई हैं और व्यापारी धान खरीदने से कतरा रहे हैं।
इसके अलावा, अत्यधिक नमी के कारण बगुला, खोद कीट, करपा और फुलोरा जैसे रोगों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे उपज और गुणवत्ता दोनों पर गहरा असर पड़ा है।
सांसद डॉ. सवरा ने निम्नलिखित तत्काल कार्रवाई की मांग की है:
- त्वरित पंचनामा: प्रभावित क्षेत्रों का तुरंत सर्वेक्षण किया जाए।
- भरपूर वित्तीय सहायता: प्रभावित किसानों और नागरिकों को तत्काल आर्थिक मदद दी जाए।
- आपदा निधि का उपयोग: आपदा प्रबंधन निधि से त्वरित राहत कार्य शुरू किया जाए।
सांसद ने आग्रह किया कि किसानों की दुर्दशा को देखते हुए सरकार को बिना किसी देरी के ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि उनके सामने आने वाले संकट को कम किया जा सके।
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