ज्वारे का रस: स्वास्थ्य, ऊर्जा और लंबी आयु का रहस्य
लिखित: डॉक्टर मीना अग्रवाल, नेचुरोपैथी
उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की दीर्घायु एवं शानदार स्वास्थ्य के पीछे एक महत्वपूर्ण रहस्य है – ज्वारे का रस । कैस्पियन मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ताओं ने 6400 फुट की ऊँचाई पर रहने वाले 85 से 116 वर्ष के बुजुर्गों के आहार, जीवनशैली और स्वास्थ्य पर शोध किया।
ये लोग प्रातः 5-6 बजे उठते , 9 बजे तक कुछ नहीं खाते , और घास से बनी चाय का सेवन करते हैं। उनके आहार में जौ, गेहूं और अन्य खाने योग्य घासें शामिल होती हैं, जिनमें विटामिन ‘ए’, ‘सी’, ‘बी’ , साइट्रिक एसिड , रोज़ हिप्स आदि पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं।
इन घासों में पाए जाने वाले प्राकृतिक तत्व पाचन तंत्र को सुधारने में अद्भुत भूमिका निभाते हैं। यही कारण है कि इन लोगों में हृदय रोग, बीपी या डायबिटीज के लक्षण नहीं पाए जाते ।
💪 ज्वारे का रस: ऊर्जा, स्टैमिना और शक्ति का स्रोत
टोक्यो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 32 चूहों पर ज्वारे के रस का अध्ययन किया।
16 चूहों को 2% ज्वारे का रस दिया गया।
अगले 15 दिनों तक दोनों समूहों को व्यायाम कराया गया ।
परिणाम:
👉 ज्वारे का रस पीने वाले चूहों में गति, ऊर्जा और स्टैमिना में उल्लेखनीय वृद्धि ।
👉 इसके अलावा, मानसिक स्पष्टता और शारीरिक क्षमता में भी सुधार देखा गया।
इस शोध से पता चलता है कि ज्वारे का रस न केवल ऊर्जा बढ़ाता है , बल्कि शारीरिक और मानसिक थकान को भी कम करता है ।
🔬 ज्वारे का रस: सूजनरोधी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर
जापानी वैज्ञानिक कुबोटा और वाईमात्सुओका ने पाया कि ज्वारे के रस में G-1 और D-1 फ्रैक्शन होते हैं, जो:
कैंसर जन्य और सामान्य सूजन को कम करते हैं ।
हाई डोज़ में भी नुकसान नहीं पहुंचाते ।
एस्पिरिन और सुपरऑक्साइड डिस्म्यूटेज़ (SOD) से भी अधिक प्रभावी होते हैं।
ज्वारे का रस एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है।
🩺 ज्वारे का रस: कैंसर रोधी शक्ति
टेक्सास विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि 7-14 दिन तक उगाई गई घास का रस , खासकर गेहूं और जौ का रस , कैंसर कोशिकाओं की मेटाबॉलिक एक्टिविटी को रोकता है ।
इसका प्रोस्टेट, स्तन और त्वचा कैंसर पर भी सकारात्मक प्रभाव पाया गया।
चूहों में गांठें सिकुड़ गईं , और कई मामलों में पूरी तरह से ठीक हो गए ।
प्रोफेसर डॉ. माहनाज़ बेड़ ने भी ज्वारे के रस के एंटी-कैंसर गुणों की पुष्टि की है ।
🍃 ज्वारे का रस: अल्सर और पाचन समस्याओं में भी लाभदायक
ज्वारे का रस एंटी-अल्सर गुणों से भरपूर है।
यह आमाशय में अल्सर उत्पन्न करने वाले कारकों पर प्रभावी रूप से आक्रमण करता है ।
पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है ।
रक्त संचार को सुचारु बनाकर घावों को तेज़ी से भरने में मदद करता है ।
📌 निष्कर्ष
ज्वारे का रस न केवल ऊर्जा, स्टैमिना और स्वास्थ्य का खजाना है , बल्कि यह कैंसर, अल्सर, सूजन और दीर्घ आयु के रहस्य को भी समेटे हुए है ।
यह एक प्राकृतिक, सुरक्षित और प्रभावी सुपरफूड है, जिसे हमारे दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए।