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बी-विटामिन्स से वजन घटाना अब आसान: जानें डॉक्टर मीना अग्रवाल की नैचुरोपैथी सलाह

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डॉ. मीना अग्रवाल, नैचुरोपैथी विशेषज्ञ, आगरा

आगरा।
आज के समय में बढ़ता हुआ वजन और मोटापा न केवल सौंदर्य बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं को जन्म देता है। ऐसे में जब लोग वजन घटाने के लिए सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका ढूंढते हैं, तो नैचुरोपैथी यानी प्राकृतिक चिकित्सा एक भरोसेमंद विकल्प बनकर उभरती है।

नैचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉक्टर मीना अग्रवाल का मानना है कि वजन घटाना तभी प्रभावी होता है जब यह प्राकृतिक और संतुलित तरीके से किया जाए। उनका कहना है कि शरीर के चयापचय (Metabolism) को दुरुस्त करने और वसा जलाने में बी-विटामिन्स की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स का योगदान

बी-विटामिन्स न केवल शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं, बल्कि मांसपेशियों को मजबूत करने, तंत्रिका तंत्र को संतुलित रखने और त्वचा, बाल व नाखूनों की मरम्मत में भी सहायक होते हैं। वजन घटाने में इनका योगदान इस प्रकार है:

विटामिन B1 (थायमिन): कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। इसके स्रोत हैं – सोयाबीन, गेहूं का चोकर और गुड़।

विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन): प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट के पाचन में सहायक। यह बादाम, दूध और हरी सब्जियों में पाया जाता है।

विटामिन B3 (नियासिन): थायराइड ग्रंथि के संतुलन में सहायक, जिससे मेटाबॉलिज्म नियंत्रित रहता है।

विटामिन B5 (पैंटोथेनिक एसिड): वसा को ऊर्जा में बदलता है। इसके लिए अंडे, चिकन, सेम और साबुत अनाज अच्छे स्रोत हैं।

विटामिन B6: प्रोटीन पाचन और हाइड्रोक्लोरिक एसिड के उत्पादन में सहायक, जो पाचन में मदद करता है। यह केले, चिकन और सूखे मेवों में पाया जाता है।

विटामिन B12: डीएनए संश्लेषण में सहायक और ऊर्जा बढ़ाने में महत्वपूर्ण। यह मछली, मांस, दूध और पनीर में पाया जाता है।

स्वस्थ जीवनशैली की भूमिका

डॉ. मीना अग्रवाल का कहना है कि केवल विटामिन्स ही नहीं, बल्कि एक नियमित और संतुलित दिनचर्या भी वजन घटाने के लिए ज़रूरी है। उनका सुझाव है:

सुबह योग करें और 15–20 मिनट सूर्य के प्रकाश में जरूर रहें।

नाश्ते में इडली, डोसा, पराठा ले सकते हैं लेकिन सीमित मात्रा में।

10-11 बजे फल खाएं, 12 बजे सलाद लें, और 1 बजे दोपहर का भोजन करें जिसमें चपाती, दाल, सब्जी और छाछ शामिल हो।

भोजन के तुरंत बाद पानी न पीएं, कम से कम 45 मिनट बाद लें।

शाम 4 बजे ग्रीन टी या कम दूध वाली चाय और साथ में मखाने या चने खाएं।

रात्रि का भोजन 7 बजे तक कर लें और सोने से पहले हल्की सैर जरूर करें।

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