आगरा, – आजकल हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) की समस्या एक सामान्य बीमारी बनती जा रही है। 40 साल की उम्र के बाद लगभग हर तीसरे व्यक्ति को ब्लड प्रेशर की दवाइयां लेनी पड़ती हैं। क्या यह जरूरी है कि हम जीवन भर दवाइयों पर निर्भर रहें? क्या खान-पान में सुधार और प्राकृतिक उपचारों से हाई बीपी को नियंत्रित किया जा सकता है?
इस मुद्दे पर आगरा की प्रसिद्ध नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. मीना अग्रवाल ने अपने विशेष अध्ययन और अनुभव के आधार पर एक मार्गदर्शन प्रस्तुत किया है। उनका मानना है कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए दवाइयों पर पूरी तरह निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कई घरेलू उपचार और जीवनशैली में बदलाव की सलाह दी है, जो बीपी को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
डॉ. मीना अग्रवाल के नेचुरोपैथी उपचार:
- नमक का सेवन कम करें:
नमक ब्लड प्रेशर बढ़ाने का मुख्य कारण है। पूरे दिन में 3 ग्राम से अधिक नमक का सेवन न करें। - लहसुन का उपयोग:
लहसुन रक्त को पतला करने में मदद करता है, जिससे ब्लड प्रेशर कम होता है। रोजाना एक या दो कलियां खाएं। - आंवले का रस:
एक बड़ा चम्मच आंवले का रस और शहद मिलाकर सुबह खाली पेट लें। - काली मिर्च और दूध:
आधा गिलास हल्के गर्म पानी में एक चम्मच काली मिर्च मिलाकर दूध के साथ लें। - तरबूज, मगज और पोस्ट दाना:
तरबूज, मगज और पोस्ट दाना को बराबर मात्रा में पीसकर सुबह-शाम एक-एक चम्मच खाली पेट लें। - नींबू पानी:
आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर रोजाना पीएं। - तुलसी और नीम के पत्ते:
तुलसी के 10 पत्ते और नीम के तीन पत्ते सुबह खाली पेट चबाएं। - पपीता:
500 ग्राम पपीता खाली पेट खाएं और 2 घंटे तक कुछ ना खाएं। - हरी घास पर चलना:
हरी घास पर नंगे पैर 30 मिनट चलने से रक्त संचार में सुधार होता है। - सौफ, जीरा और शक्कर:
सौफ, जीरा और शक्कर को बराबर मात्रा में मिलाकर एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोलकर सुबह-शाम पिएं। - पालक और गाजर का रस:
पालक और गाजर का मिश्रित रस सुबह-शाम लें। - करेला और सहजन की फली:
करेला और सहजन की फली हाई बीपी के लिए बहुत फायदेमंद है। - अदरक और प्याज:
अदरक और प्याज रक्त संचार में सुधार करते हैं और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। - लाल मिर्च:
लाल मिर्च रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करती है, जिससे रक्तचाप कम होता है।
डॉ. मीना अग्रवाल की सलाह:
- जंक फूड, पापड़, चटनी, अचार और बाहर का खाना छोड़ें।
- अंडा और मांस का सेवन कम करें।
- तनाव और चिंता से दूर रहें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें और सकारात्मक रहें।
डॉ. मीना अग्रवाल कहती हैं, “जीवनशैली में सुधार लाकर और प्राकृतिक उपचारों का सहारा लेकर हाई बीपी को नियंत्रित किया जा सकता है।”
संपर्क करें:
डॉ. मीना अग्रवाल, नेचुरोपैथी विशेषज्ञ
आगरा
समाप्ति:
इस लेख के माध्यम से हम आपको बताना चाहते हैं कि स्वस्थ जीवनशैली ही सबसे अच्छा इलाज है। डॉ. मीना अग्रवाल के इन उपचारों को अपनाकर आप भी अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकते हैं।
नोट: इस लेख की सामग्री शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। किसी भी उपचार को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
तात्कालिक संदेश (Tagline):
“नेचुरोपैथी के साथ स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, हाई बीपी को नियंत्रित करें!”