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पीलिया के उपचार के लिए टिप्स: डॉ.मीना अग्रवाल नेचुरोपैथिक के आयुर्वेदिक सुझावों के साथ |

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 इस मौसम में जब गर्मी तेज हो रही है, तब लीवर से संबंधित बीमारियां जैसे पीलिया और दस्त जैसी समस्याएं जल्दी ही दिखाई देने लगती हैं। डॉ. मीना अग्रवाल, एक अनुभवी नेचुरोपैथिक चिकित्सक, ने पीलिया के बारे में जानकारी देते हुए इसके प्राकृतिक उपचार के बारे में विस्तार से बताया है।

पीलिया क्या है?

पीलिया एक ऐसी स्थिति है जब शरीर में पित्त (जो लीवर द्वारा उत्पन्न होता है) रक्त में मिल जाता है। यह लीवर की कार्यक्षमता में गड़बड़ी के कारण होता है। इससे शरीर पीला पड़ जाता है, थकावट, भूख की कमी और अन्य लक्षण दिखाई देते हैं।

प्राकृतिक उपचार के लिए डॉ. मीना अग्रवाल के सुझाव

डॉ. मीना अग्रवाल ने पीलिया के उपचार के लिए कई प्राकृतिक विधियों का सुझाव दिया है, जो इस प्रकार हैं:

एनिमा (Nema Therapy):

1 लीटर हल्के गर्म पानी में एक बड़े नींबू का रस मिलाकर एनिमा लें।

इसे प्रतिदिन 7 दिन तक लगातार लें। बाद में सप्ताह में दो बार लें।

गर्म सेक और मिट्टी की पट्टी:

पेट के दाएं ओर गर्म सेक 5-7 मिनट दें।

फिर 40 मिनट तक मिट्टी की पट्टी लगाएं। यदि मिट्टी उपलब्ध न हो, तो ठंडे पानी की पट्टी भी उपयोग कर सकते हैं।

धूप स्नान:

प्रतिदिन आधा घंटा धूप स्नान करें। सर को गर्मी से बचाएं।

वाष्प स्नान:

10 मिनट वाष्प स्नान लें। यदि वाष्प स्नान की व्यवस्था न हो, तो 15 मिनट गर्म पानी का स्नान लें।

योग और प्राणायाम:

यदि बुखार न हो, तो योगासन और प्राणायाम का अभ्यास करें।

भ्रामरी प्राणायाम और अग्निसार क्रिया लगातार करें।

जब शरीर में थोड़ी ताकत आए, तो कमर चक्रासन, वज्रासन, हस्तपादोत्तानासन और मकरासन जैसे योगासन करें।

आहार:

पहले तीन दिन केवल नींबू पानी और अधिक से अधिक पानी पिएं।

फिर तीन दिन गन्ने का रस और नींबू पानी लें।

एक सप्ताह तक तरबूज, गाजर, पेठा, खीरे और संतरे का जूस लें।

फल, सब्जियों का सूप, छेने का पानी और मधु युक्त दूध सेवन करें।

अन्य सुझाव:

इस रोग में धैर्य रखें क्योंकि यह धीरे-धीरे ठीक होता है।

मेहनत का काम न करें। पूरा आराम करें।

अल्कोहल का सेवन बिल्कुल न करें।

डॉ. मीना अग्रवाल की टिप्स के साथ स्वस्थ जीवनशैली

डॉ. मीना अग्रवाल ने कहा, “पीलिया के उपचार में धैर्य और नियमितता बहुत जरूरी है। इस रोग में आहार और प्राकृतिक उपचार का विशेष महत्व है।”

उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि इस रोग में अल्कोहल और अनियमित आहार से बचना चाहिए।

निष्कर्ष

पीलिया एक गंभीर बीमारी है, लेकिन प्राकृतिक उपचार और सही आहार के साथ इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। डॉ. मीना अग्रवाल के आयुर्वेदिक और नेचुरोपैथिक सुझावों का पालन करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

Health is Wealth!

डॉ.  मीना अग्रवाल, आगरा

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