छोटी हरड़ का चूर्ण बनाने की विधि
- साफ करना और फुलाना:
- 1 किलो छोटी हरड़ को अच्छी तरह साफ करें।
- इन्हें दही की छाछ में डालकर रातभर भिगो दें।
- अगले दिन हरड़ को निकालकर पानी से धोकर छाया में कपड़े पर सुखा लें।
- भावना देना:
- सूख जाने के बाद इन्हें पुनः छाछ में डालें।
- इस प्रक्रिया को छह बार दोहराएं। इसे ‘मही की भावना’ देना कहते हैं।
- चूर्ण बनाना:
- पूरी तरह सूख जाने पर हरड़ को पीसकर बारीक चलनी से छान लें।
- इसमें 250 ग्राम अजवायन और रुचि अनुसार काला नमक मिलाएं।
सेवन विधि:
- भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।
- इससे गैस की तकलीफ समाप्त होगी और पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा।
- गैस के दर्द में 5-6 मिनट में राहत मिलेगी।
अन्य विधियाँ:
- भुनी हुई हरड़:
- हरड़ को रेत में भूनें, जिससे ये फूल जाएं।
- इसे पीस लें, यह जल्दी पिस जाएगी।
- पुरानी कब्ज के लिए:
- इस चूर्ण में 60 ग्राम सोनामुखी की हल्की भुनी पत्तियाँ मिलाएं।
- सेवन से 7 दिन में पुरानी कब्ज ठीक हो जाएगी।
- बिना भूनी सनाय की पत्तियाँ डालने से पेट में दर्द हो सकता है।
पेट की गैस निवारक चटनी
सामग्री:
- मुनक्का – 30 ग्राम
- अदरक – 6 ग्राम
- बड़ी सौंफ – 6 ग्राम
- काली मिर्च – 3 ग्राम
- सैंधा नमक – स्वादानुसार
विधि:
- सभी सामग्रियों को थोड़ा पानी मिलाकर पीस लें।
- भोजन के बाद 1-2 चम्मच सेवन करें।
- गैस और पेट की खराबी में राहत मिलेगी।
- 4-5 दिन लगातार सेवन करें।
पेट में अम्लता (एसिडिटी) व गैस
- प्रत्येक भोजन व नाश्ते के बाद 1 लौंग और 1 इलायची लें।
- इससे एसिडिटी नहीं बनेगी।
खूनी आंव व दस्त का उपचार
सामग्री:
- छोटी हरड़ (8 दाने)
- हींग (1 चने के बराबर)
- सोंठ (छोटी गांठ)
- देसी घी में तली हुई ये तीनों चीज़ें
- सौंफ (250 ग्राम) – आधी भुनी हुई, आधी बिना भुनी
- काला नमक – स्वादानुसार
विधि:
- सभी सामग्री को पीसकर चूर्ण बना लें।
- भोजन के बाद आधा चम्मच चूर्ण ताजे पानी के साथ लें।
- 15-40 दिन तक सेवन करने से लाभ होगा।
पतले दस्त और खूनी दस्त के लिए
सामग्री:
- अनार के पत्ते – 250 ग्राम
- पानी – 200 ग्राम
विधि:
- पत्तों को पानी में रगड़कर छान लें।
- सुबह-शाम इसका सेवन करें।
- खूनी दस्त, खून की उल्टी और मूत्र में खून आने की समस्या समाप्त होगी।
आंव और मरोड़ के दस्त के लिए
सामग्री:
- खसखस – 6 ग्राम
- छोटी इलायची के दाने – 2 ग्राम
- मिश्री – 12 ग्राम
विधि:
- सभी सामग्रियों को पीसकर बारीक चूर्ण बना लें।
- दिन में 3-4 बार एक चम्मच चूर्ण चबाकर सेवन करें।
- पानी नहीं पीना है, केवल चूर्ण को चबाना है।
विशेष: दस्त होने पर सुपाच्य और हल्का आहार लें, जैसे:
छाछ में जीरा या हरा धनिया मिलाकर सेवन करें।
चावल, दही, खिचड़ी