उत्तर प्रदेश न्यूज़:
पिछले डेढ़ दशक से वाराणसी को राजनीति का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है। अप्रैल के पहले सप्ताह में महज 24 घंटे के भीतर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता काशी पहुंचे, जिससे सियासी हलचल और अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
इन नेताओं में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह और संघ प्रमुख मोहन भागवत जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
3 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एकदिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित काशी दौरे से जुड़े कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की और काशी विश्वनाथ मंदिर तथा काशी कोतवाल काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया।
वाराणसी में जुटे बड़े चेहरे:
इसी दिन संघ प्रमुख मोहन भागवत भी अपने पांच दिवसीय प्रवास पर वाराणसी पहुंचे। यहां वे विभिन्न वर्गों के प्रचारकों से मुलाकात कर रहे हैं और वाराणसी मंडल सहित आसपास के जनपदों में संघ के विस्तार को लेकर अहम बैठकें कर रहे हैं।
इसके अलावा, 4 अप्रैल को बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री और राज्यसभा सांसद अरुण सिंह भी काशी पहुंचे। अपने जन्मदिवस के अवसर पर उन्होंने मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी के दर्शन किए और इसके पश्चात वाराणसी में कार्यकर्ताओं द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया।
हालांकि, अब तक इन तीनों वरिष्ठ नेताओं की आपसी मुलाकात की कोई तस्वीर सामने नहीं आई है, लेकिन इनकी वाराणसी में एक साथ मौजूदगी से सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं और संभावित रणनीतियों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।