मुंबई, 3 जून 2025: महाराष्ट्र सरकार की मत्स्योद्योग विकास नीति निर्धारण समिति के अध्यक्ष और पूर्व उत्तर प्रदेश राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपना इस्तीफा सौंप दिया। स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते उन्होंने यह निर्णय लिया। इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री ने उनका त्यागपत्र स्वीकार कर लिया।
स्वास्थ्य खराबी के कारण इस्तीफा
श्री नाईक ने जनवरी 2025 से लगातार स्वास्थ्य समस्याओं का सामना किया, जिसके चलते उन्हें तीन बार लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। हालांकि अब उनकी तबीयत सुधर गई है, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें पूर्ण विश्राम की सलाह दी है। इसी के चलते उन्होंने पद छोड़ने का निर्णय लिया।
मत्स्य उद्योग को कृषि समान दर्जा: मुख्य उपलब्धि
श्री नाईक ने कहा कि मत्स्य उद्योग को कृषि के समकक्ष दर्जा देना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे समिति की सिफारिशों के आधार पर पिछले महीने सरकार ने स्वीकृति दे दी। उन्होंने इसे समय की मांग बताया। उन्होंने अपने त्यागपत्र में मुख्यमंत्री फडणवीस और मत्स्योद्योग मंत्री नीतेश राणे को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।
मुख्यमंत्री का संवेदनशील रवैया
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने श्री नाईक की स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए उन्हें प्रतिनिधि भेजकर त्यागपत्र स्वीकार करने का आग्रह किया। गुरुवार को एक प्रतिनिधि ने उनके निवास पर जाकर इस्तीफा स्वीकार किया।
श्री नाईक ने लंबे समय से मछुआरा समुदाय के हितों की रक्षा के लिए काम किया है। उनके इस्तीफे के बाद सरकार की ओर से नीति के अमल में कोई देरी न होने की उम्मीद जताई जा रही है।