घाटकोपर पुलिस ने जीवनधारा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पांडे पर सोशल मीडिया पोस्ट के चलते कार्रवाई की और रामनवमी के दिन उन्हें करीब 7 घंटे तक पुलिस स्टेशन में बैठाए रखा। यह मामला चांदीवली विधानसभा क्षेत्र के जरीमरी इलाके में लगे बैरिकेड को हटाने की मांग को लेकर उठाया गया था।
गोविंद पांडे ने बताया कि कई वर्षों से विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सहयोग से राम महोत्सव समिति द्वारा कुर्ला जिला की राम पालकी यात्रा का आयोजन किया जाता है। यह पालकी यात्रा बैल बाजार होते हुए जरीमरी मस्जिद और अंत में सफेद पुल मैदान में पूजा-पाठ के साथ संपन्न होती है।
हालांकि पिछले कुछ वर्षों से पुलिस द्वारा जरीमरी स्थित मैक्सिस मॉल के पास बैरिकेड लगाए जा रहे हैं, जिससे यात्रा में बाधा उत्पन्न होती है। स्थिति यह हो गई है कि केवल 10 से 20 लोगों को ही भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पालकी लेकर आगे बढ़ने दिया जाता है, जबकि बाकी राम भक्तों को सफेद पुल की ओर मोड़ दिया जाता है।
इसी को लेकर गोविंद पांडे ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि “चांदीवली विधानसभा में हर बार जरीमरी बैरिकेड की ही चर्चा होती है, राम भक्त किसी के बाप के गुलाम नहीं हैं।” इस पोस्ट को लेकर पुलिस ने उन्हें 2:30 बजे दिन में घाटकोपर पुलिस स्टेशन बुलाया और रात 9:30 बजे तक बैठाकर रखने के बाद नोटिस देकर छोड़ दिया।
पुलिस स्टेशन से रिहा होने के बाद गोविंद भाऊ पांडे ने कहा, “राम पालकी की राह में जरीमरी बैरिकेड हटवाने की लड़ाई आखिरी सांस तक लड़ूंगा। जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाऊंगा।”
रिपोर्टर : करम हुसैन