डॉक्टर मीना अग्रवाल, नेचुरोपैथी विशेषज्ञ
आगरा |
भोजन पकाने के स्वास्थ्य नियम: जानें क्या इस्तेमाल करें और क्यों
1. प्रेशर कुकर और एल्युमिनियम बर्तन – स्वास्थ्य के लिए खतरा!
- एल्युमिनियम के खतरे:
- एल्युमिनियम के बर्तनों में पकाया गया भोजन शरीर में जमा होकर मधुमेह, गठिया, दमा, टीबी जैसी 48 से अधिक बीमारियों का कारण बन सकता है।
- इसके अलावा, प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, क्योंकि एल्युमिनियम शरीर से नहीं निकल पाता और भारी धातुओं के रूप में जमा हो जाता है।
- प्रेशर कुकर का नुकसान:
- प्रेशर कुकर में भोजन पकाने से केवल 3% माइक्रोन्यूट्रिएंट्स बचते हैं।
- अत्यधिक दबाव और तापमान से खाद्य पदार्थों के अणु टूट जाते हैं , जिससे पोषण मूल्य नष्ट होता है।
- सुझाव:
- स्टील या कांच के बर्तनों का उपयोग करें।
- प्रेशर कुकर के स्थान पर इंदिरा गैस या चूल्हा जैसे पारंपरिक तरीकों को अपनाएं।
2. रेफ्रिजरेटर और माइक्रोवेव ओवन – ठंड का जहर!
- रेफ्रिजरेटर का खतरा:
- CFC (क्लोरोफ्लोरोकार्बन) गैसें ओजोन परत को नुकसान पहुंचाती हैं और भोजन में जहरीले तत्वों को घुलने का कारण बनती हैं।
- फ्रिज में रखा भोजन धीमे विष के समान होता है, जो लंबे समय में किडनी विफलता या कैंसर का कारण बन सकता है।
- माइक्रोवेव ओवन का नुकसान:
- गर्मी का असमान वितरण खाद्य पदार्थों की पोषण क्षमता को कम करता है।
- यह ठंडे देशों के लिए डिज़ाइन किया गया है, भारतीय जलवायु में इसका उपयोग अनुचित है।
- सुझाव:
- फ्रेश भोजन का उपयोग करें और ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए फ्रिज का उपयोग सीमित करें।
3. नमक का सही चुनाव: आयोडीन नमक से बचें!
- आयोडीन नमक के खतरे:
- डेनमार्क सहित कई देशों में आयोडीन नमक पर प्रतिबंध है, क्योंकि यह बांझपन और थायरॉइड विकार का कारण बन सकता है।
- सही नमक कौन सा?
- सेंधा नमक या काला नमक का उपयोग करें, जिनमें सोडियम की संतुलित मात्रा होती है।
- समुद्री नमक का उपयोग नहाने के पानी में करें (20 दिन तक साबुन न लगाएं)।
- सावधानी:
- आयोडीन नमक में एल्युमिनियम सिलिकेट और पोटेशियम आयोडाइड जैसे रसायन होते हैं, जो शरीर में जमा होकर गंभीर बीमारियां पैदा कर सकते हैं।
4. पारंपरिक ज्ञान और वैज्ञानिक तथ्यों का संगम
- चांदी के बर्तन सबसे सुरक्षित माने जाते हैं, क्योंकि यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं।
- स्टील या कांच के बर्तन आधुनिक समाधान के रूप में स्वीकार्य हैं।
अंतिम संदेश: स्वास्थ्य ही धन है!
डॉक्टर मीना अग्रवाल का कहना है कि प्राकृतिक तरीकों से भोजन पकाना और रसायन मुक्त सामग्री का उपयोग करना हमारी सेहत की गारंटी है। आज से ही अपनी रसोई में बदलाव की शुरुआत करें!
#स्वास्थ्यकीमूल #डॉक्टरमीनाअग्रवाल #नेचुरोपैथीकाराज #सहीनमककाचुनाव