अनीमिया: सौंदर्य और स्वास्थ्य के लिए खतरा – डॉ. मीना अग्रवाल, नेचुरोपैथी
अनीमिया न केवल स्वास्थ्य के लिए बल्कि सौंदर्य के लिए भी घातक है। यह रोग ज्यादातर युवाओं में देखने को मिलता है, जो अपने शरीर की सेहत के प्रति कम ध्यान देते हैं। देर रात तक जागना, अनियमित खान-पान, तंबाकू, सिगरेट, चाय, शराब का सेवन और आहार में संतुलन की कमी अनीमिया के प्रमुख कारण हैं।
इस रोग के कारण चेहरे की चमक जाती है, शरीर में थकान बनी रहती है और ऊर्जा की कमी महसूस होती है। साथ ही, महिलाओं में माहवारी में देरी या बहुत कम रक्त स्राव होने लगता है।
अनीमिया क्या है?
रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी ही अनीमिया कहलाती है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद एक तत्व है जो ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुँचाता है। इसके लिए शरीर को लौह (आयरन) की आवश्यकता होती है।
लौह की पूर्ति कैसे करें?
- हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, मेथी, सरसों का साग)
- फल: सेब, अमरूद, अंगूर, अनार
- सूखे मेवे: किशमिश, मुनक्का, खजूर
- गाजर, चुकंदर, टमाटर
- चोकर वाला आटा, दूध, अंडा
ठीक होने के उपाय:
- संतुलित आहार: अपने भोजन में ऊपर बताए गए आहार शामिल करें।
- हल्की व्यायाम या टहलना: रोजाना 30 मिनट टहलें या सरल योगासन करें।
- धूप में समय बिताएं: सुबह 7 से 8 बजे के बीच 10 से 15 मिनट धूप में रहें।
- मालिश या स्नान: ठंडे पानी से स्नान करें या सिर पर ठंडा पानी डलवाएं। शरीर की मालिश करें या नहाने के बाद अपने शरीर को हाथ से रगड़ें।
- पर्याप्त नींद: रात में कम से कम 7-8 घंटे की अच्छी नींद लें।
अन्य जानकारी:
कभी-कभी मलेरिया, बवासीर, या घावों से खून कम होने से भी अनीमिया हो सकता है। ऐसे मामलों में पहले मूल बीमारी का इलाज आवश्यक है।
स्वास्थ्य ही धन है।
अगर आपको अनीमिया है या लगता है कि हो सकता है, तो इन सरल तरीकों को अपनाएं और अपने शरीर में नई ऊर्जा और स्वास्थ्य का संचार करें।
– डॉ. मीना अग्रवाल, आगरा
(नेचुरोपैथी )